सरकारी स्कूल में अब छात्रों का तिन बार बनेगा हाजरी | बडा़ बदलाव
सरकारी स्कूल में अब छात्रों का तिन बार बनेगा हाजरी | बडा़ बदलाव:–सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति के साथ ही साथ बच्चों की उपस्थिति पर नजर रखने के लिए ऑनलाइन हाजिरी बनाने की शुरुआत अगले माह यानी गर्मी की छुट्टी के बाद से शुरू कर दी जायेगी. इसके लिए जिले के पांच स्कूलों का चयन पायलट प्रोजेक्ट के तहत किया गया है.
गर्मी की छुट्टी के बाद सरकारी स्कूलों में शुरू होगी व्यवस्था
बच्चों की तीन बार बनेगी ऑनलाइन हाजिरी
इन स्कूलों में टैब के माध्यम से केवल कक्षा तीन के बच्चों की ऑनलाइन हाजिरी बनाने की शुरुआत कर दी गयी है. ऑनलाइन हाजिरी बनाने के साथ ही इस प्रोजेक्ट को विस्तार देने के साथ ही बच्चों पर नजर बनाये रखने के लिए प्रतिदिन बच्चों की तीन बार ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की जायेगी. शिक्षा विभाग की ओर से सभी स्कूलों को टैब मुहैया कराने के बाद प्रतिदिन तीन बार बच्चों की सामूहिक उपस्थिति दर्ज की जायेगी.
प्रत्येक क्लासरूम में शामिल बच्चों की फोटो खींच कर इ-शिक्षाकोष पर किया जायेगा अपलोड
शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों के अनुसार जिन स्कूलों को टैब मुहैया कराया जायेगा. वहां के बच्चों की तीन बार ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की जायेगी. क्लास टीचर्स अपने क्लास के बच्चों की तस्वीर सामूहिक रूप से अलग-अलग समय पर तीन बार फोटो खींच कर इ-शिक्षाकोष पर अपलोड करेंगे, पहली बार क्लासरूम में बैठे बच्चों की फोटो मॉर्निंग असेंबली के बाद खींची जायेगी. दूसरी तस्वीर लंच ब्रेक के बाद व तीसरी तस्वीर छुट्टी से पहले वाली घंटी में क्लास टीचर्स खींचेंगे.
अगले महीने से बच्चे स्कूल में उगायेंगे मौसमी सब्जियां
जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को अगले महीने से जैविक खेती और बागबानी के गुर सिखाने के लिए स्कूलों में पौधरोपण अभियान शुरू किया जायेगा. जिले के 313 वैसे स्कूल जहां पोषण वाटिका तैयार की गयी वहां स्कूली बच्चे पौधरोपण अभियान के तहत मौसमी सब्जियां उगायेंगे. बच्चों को इसकी जानकारी भी दी जायेगी.
मौसम के अनुसार सब्जियों के पौधे लगाने को लेकर अलग-अलग महीने के अनुसार प्लानटिंग चार्ट पहले ही जारी कर दिया गया था.
प्लानिंग चार्ट में खरीफ, रबी और जायद में सब्जियां उगाने के लिये जानकारी साझा की गयी है. अगले महीने से खरीफ क्रॉप उगाने की बारिकियां बच्चों को सिखायी जायेगी. अगले महीने से स्कूलों में चलाये जाने वाले पौधरोपण अभियान में बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्कूलों का चयन पायलट प्रोजेक्ट के तहत किया जायेगा. इसके तहत जिले के प्रत्येक प्रखंड से कम से कम एक और अधिक से अधिक पांच स्कूलों का चयन किया जायेगा. बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्कूली बच्चों और प्रशिक्षण देने वाले शिक्षकों को जिला स्तर पर सम्मानित किया जायेगा